अधूरा इश्क और अधुरी ख्वाहिशें छोड़कर जा रहा हूं, ऐ ज़िंदगी मैं, तुझ से रूठ कर अब कहीं दूर जा रहा हूं.. Post Views: 12About The Author(s) admin Share Your Voice Previous Post तुझे पाक सिपारा कहूँ या कहूँ वज़ू का पानी Next Post शायद,कल फिर हो न हो