4 क्षेत्र जो देवनागरी लिपि को रोमन की तुलना में प्रभावती बनाता है |

"रोमन" बनाम "देवनागरी"

देवनागरी लिपि के दोष –– शिरोरेखा का प्रयोग वर्जित है या होना चाहिए क्योंकि यह अनावश्यक और केवल अक्षरों की सजावट को ही प्रस्तुत करता है।उपाय :– शिरोरेखा के माध्यम से अनेक वर्णों के परस्पर भेद को सूचित किया जाता…

देवनागरी

देवनागरी और नागरी नाम से जिस लिपि का संबंध आज जोड़ा जाता है इसके नाम को लेकर तर्क विचार विवाद और मतभेद इतने हैं, कि किसी एक निष्कर्ष पर किसी परिभाषा का निर्माण करना असंभव है। नागरी नाम कब से…

सैंधव, ब्राह्मी और खरोष्ठी लिपि

हिंदी लिपि की उत्पत्ति के विषय में सैंधव लिपि का योगदान–– भारत में उपलब्ध प्राचीन लिपियों में सैंधव लिपि को सबसे प्राचीन लिपि माना गया है। सैंधव शब्द सिंधु घाटी की सभ्यता को अभिव्यक्त करता है अतः प्राचीन लिपियों में…

लिपि: उत्पत्ति, विवाद और आवश्यकता

लिपि: उत्पत्ति, विवाद और आवश्यकता लिपि मनुष्य समाज के लिए एक वरदान है। भारत विश्व के सामने लिपि के संदर्भ में अपनी श्रेष्ठता सिद्ध कर पाया। इतिहास हमें बताता है कि लिपि से संबंधित और उसके आविष्कार के प्रति हम…

हिंदी का विकास

“हिंदी का विकास” हम आज आधुनिक दौर में हैं, साहित्य भी समय के साथ बदल रहा है | मगर! क्या हमें इस बदलते युगों के साथ उन अग्रणियों को भूल जाना चाहिए? जिनकी वजह से आज साहित्य की एक पहचान…