गहने
शायद औरतों को इसलिये पहनाये गये घुंघरू वाली पायल बजने वाले कंगन आवाज़ करते झुमके और सारे गहने कि नज़र रखी जा सके उनपर बिना उन्हें देखे भी. जैसे वो घर से बाहर तो नहीं चली गयी जैसे वो घूँघट…
शायद औरतों को इसलिये पहनाये गये घुंघरू वाली पायल बजने वाले कंगन आवाज़ करते झुमके और सारे गहने कि नज़र रखी जा सके उनपर बिना उन्हें देखे भी. जैसे वो घर से बाहर तो नहीं चली गयी जैसे वो घूँघट…
संगिनी पीह में तोरी संगिनी, रँगी जो तोरे रंग में प्रीत न मोरी तुझ बिन,कोई और न मोरे मन मे कहत है जगत मोहे, कुलटा मैं समाज में कोई गैर की परवाह न मुझे,मोरे पीह जी की आस मे।. ..…
पढ़ेगा इंडिया तो बढ़ेगा इंडिया सभी गांव वाले लाइन में लगे थे चुप-चाप, परन्तु ये हरिया बड़ा उतावला हो रहा था। तभी ज़मींदार साब का आदमी उधर से गुज़रा और उसने हरिया को पहचानते ही पकड़ कर बोला – क्यों…
ये कैसा एहसास है, ये क्या किस्सा है? अब तक मुझे थक जाना चाहिए था। उस रोज़ बेहद बारिश हो रही थी, मै तुम्हे भूलने के लिए किसी और से मिल रही थी। उस रोज़ पहली दफा मैं उससे मिलने…
वो आप वो रास्ता था आपका। हमने अपना बना लिया।। वो गली थी आपकी। हमने अपना बना लिया।। वो दिल था आपका। पर रहता कोई और था।। मंजिल थे आप मेरे। पर किसी और ने पा लिया।।
यकीं करोगी…? कहो…यकीं करोगी…? गर कहूँ…ये तुम ही हो… लबों पर गुलों के शबनम सी चमकती ख़ुशगवार हवाओं में चिड़ियों सी चहकती पहली बारिश में सौंधी मिट्टी सी महकती आसमां में हुस्न-ए-महताब सी दमकती…ये तुम ही हो आँगन में सावन…
पीड़ित, मजबूर और गरीब किसान की आवाज़ भले ही अवरुद्ध हो जाए भ्रष्ट आवाज़ों के शोर में, परंतु उसकी थकी हुई आंखें उनकी दुर्दशा की तस्वीर दिखलाकर सदैव ही हमें भयभीत करती आयी हैं और करती रहेंगी। वो आंखें भोजन…
~~~”आँसू है आँखों का गहना “~~~ आँखों के आंसुओं को पलकों में सजाकर रखना, आंसू है आँखों का गहना, जो समझे कोई कीमत आंसू की, वहाँ जी भरकर बहने देना, जो न समझे कोई कीमत आंसू की, आंसू पीकर मुस्करा…
“अकेले चलने का हुनर जानते हैं हम ” ऐ मेरे हमनवा, मेरे हमराज तू सुन ले, तुम्हें कोई फर्क नहीं पड़ता हमसे, तो हमें भी कोई फर्क नहीं पड़ता तुमसे, एक जमाना था, जब तुझसे बिछड़ जाने से डरते थे…
तुम्हें लिखता हूँ तो शब्द नहीं होते मेरे पास तुम्हें गाता हूँ तो धुन नहीं होती मेरे पास लुँ अगर तुम्हें बाहों में तो काँप जाते हैं मेरे हाथ कहने को तो कोसों दूर हो लेकिन रहते हो तुम हरदम…