वो है हमेशा अपने साथ
तुम्हें लिखता हूँ तो शब्द नहीं होते मेरे पास तुम्हें गाता हूँ तो धुन नहीं होती मेरे पास लुँ अगर तुम्हें बाहों में तो काँप जाते हैं मेरे हाथ कहने को तो कोसों दूर हो लेकिन रहते हो तुम हरदम…
तुम्हें लिखता हूँ तो शब्द नहीं होते मेरे पास तुम्हें गाता हूँ तो धुन नहीं होती मेरे पास लुँ अगर तुम्हें बाहों में तो काँप जाते हैं मेरे हाथ कहने को तो कोसों दूर हो लेकिन रहते हो तुम हरदम…
चीन देश से आई बीमारी सारे जगत में फैली बन के महामारी मौत का तांडव दिखा दिया इसने बड़े-बड़े डॉक्टर भी मजबूर है आगे जिसके बस अपने को करना है यह काम सामाजिक दूरी ही है इसकी रोकथाम दिन में…
माना कि तुम बहुत हो वीर मत छोड़ो तुम पत्थरबाजी के ये विषैले तीर पूरा विश्व हो चुका है अब तुम भी हो जाओ थोड़े से गंभीर राज-काज को चलने दो मत बनो इसके पीर माना कि तुम बहुत हो…
“रिश्तों का एहसास समझ लिया करो “ “गज़ल” माना कि, हम तुम्हारे नहीं हैं, पर, इतना भी गैर मत समझा करो।। नहीं आस रही किसी से कि, कोई हमारी फिक्र करें, पर, जरा-सी कद्र तुम भी कर लिया करो।। गुमसुम…
आज मैं कुंदन से मिली, जो ख़ुद एक हीरा हैं…. ये उस दिन की बात हैं जब मैं हॉस्पिटल से घर लौट रहीं थीं। मैंने एक व्यक्ति को देखा, जिससे भगवान कुछ नाराज़ चल रहे हैं, क्योंकि उसके दोनों पैर…
सुनो मां मुझे पता है मैं तुम जैसी नहीं हूं पर तुम जैसी बनना चाहूंगी तुम्हारे जैसे ही मां पूरी दुनिया का बोझ अपने सर लेना चाहूंगी
कोरोना के डर से चारों ओर मचा हुआ है हाहाकार नहीं जा रहे कोई घर के बाहर कोरोना वॉरियर्स की यही पुकार सोशल डिस्टेंस ही इसका उपचार उचित दुरी बना के रखलो यार घरवालों से करलो प्यार सेनेटाईज है प्रमुख…
“रिश्ता वह गुलशन हैं, जिसकी वक्त पर हिफ़ाज़त न कि जाये, तो इसका इत्लाफ़ होना तय है।। “
*आरक्षण* भभक उठी ज्वाला, आरक्षण की मांग की ये कैसी मांग…?? चारों ओर आग ही आग बसें फूँकी और ट्रेनें रद्द, देश के दुश्मन हो रहे गद् गद् वह दिन दूर नहीं जब, हिंदुस्तानी ही हिंदुस्तानी को काटेगा, और भारत…
फेमस तो मैं भी हो जाऊँ लेकिन मुझे तो दिलों पर राज करना है अरे ! मैं वह नहीं जो थोड़ा सा उड़ कर बैठ जाऊं मुझे तो अभी ऊँची उड़ान वाला बाज बनना है इतना आसान नहीं फलसफा जिंदगी…