आरक्षण

*आरक्षण* भभक उठी ज्वाला, आरक्षण की मांग की ये कैसी मांग…?? चारों ओर आग ही आग बसें फूँकी और ट्रेनें रद्द, देश के दुश्मन हो रहे गद् गद् वह दिन दूर नहीं जब, हिंदुस्तानी ही हिंदुस्तानी को काटेगा, और भारत…

फेमस तो मैं भी हो जांऊ…

फेमस तो मैं भी हो जाऊँ लेकिन मुझे तो दिलों पर राज करना है अरे ! मैं वह नहीं जो थोड़ा सा उड़ कर बैठ जाऊं मुझे तो अभी ऊँची उड़ान वाला बाज बनना है इतना आसान नहीं फलसफा जिंदगी…

“किताब की आवाज “

~~••”किताब की आवाज “••~ अम्बर की ऊँचाई से, अर्णव की गहराई तक, रजनी से भोर तक, माहताब की ज्योत्स्ना से, आफताब की एक रश्मि हूँ, रे! मानव समझ मेरी अहमियत को, मैं भी एक आवाज हूँ!! अतीत का सार हूँ,…

पुरुषार्थ

तेरा कर्म है पुरुषार्थ का तेरा धर्म है पुरुषार्थ का तू पार्थ है परमार्थ का तू युगपुरुष है राष्ट्र का उठ और बड़ा कदम दे परिचय अपने स्वाभिमान का है तुझमें वह बल जो नदी की धारा को मोड़ दे…

फलसफा जिन्दगी का

अरमान हमारे भी बड़े हैं जिंदगी से जंग हम भी लड़े हैं वक्त ना बेवक्त ही सही समझ तो आया फलसफा जिंदगी का कि जिंदगी इतनी आसान नहीं खैर छोड़िए यूँ तो आसान जिंदगी हम जीते नहीं जाम दूसरों का…

“मेहनतकश मजदूर”

~~•• मेहनतकश मजदूर ••~~ हर क्रांति, हर वार में, इतिहास के हर पन्ने के सार में, मेहनतकश मजदूर ने ही मार खाई है, सबसे ज्यादा जान इसी ने गवाई है, खानाबदोश -सा जीवन जीता, दर-दर की ठोकरें खाता, दो वक्त…

हाँ! मैं अंतर्मुखी हूं।

हाँ! मैं अंतर्मुखी हूं। हाँ! मैं अंतर्मुखी हूं। थोड़ा कम बोलती हूं, पर समझती बहुत हूं। खुद में रहना अच्छा लगता है, पर खुदगर्ज नहीं हूं। गलती से गलती हो जाए और दिल दुख जाए किसी का, उससे ज्यादा दुःखी…

“राह-्ए-सफर हैं जिंदगी “

“राह्-ए-सफ़र हैं  जिंदगी “ राह्-ए-सफ़र हैं  जिंदगी,  न कि मंजिल हैं  जिंदगी!   कभी बचपन तो, कभी जवानी -सी जिंदगी,  कभी ख़त्म कहानी-सी जिंदगी!!    कभी सरताज तो, कभी मोहताज-सी जिंदगी,  कभी महफिल तो, कभी तनहाई -सी जिंदगी,  राह्-ए-सफ़र हैं…

अपना लो प्रेम का रास्ता

*अपना लो प्रेम का रास्ता*   हम चाहते है प्रेम का गठबंधन सबसे मांगे हम रोज़ दुआ यही रब से क्या रखा है टूटे दिल के हारों में क्या रखा है भीषण नर संहारो में अपना लो प्रेम का रास्ता,अभी…

माँ

माँ के चरणों का वन्दन हो, धरा पर सर्वदा सत्कार हो !मन्दिर, मस्जिद हो ना हों,पर दुआओं में माँ का प्यार हो !! माँ का निश्छल स्नेह पाकर के,हर इंसां प्रसन्न अपार हो !माँ के चरणों में में स्वयं स्वर्ग…