फलसफा जिन्दगी का
अरमान हमारे भी बड़े हैं जिंदगी से जंग हम भी लड़े हैं वक्त ना बेवक्त ही सही समझ तो आया फलसफा जिंदगी का कि जिंदगी इतनी आसान नहीं खैर छोड़िए यूँ तो आसान जिंदगी हम जीते नहीं जाम दूसरों का…
अरमान हमारे भी बड़े हैं जिंदगी से जंग हम भी लड़े हैं वक्त ना बेवक्त ही सही समझ तो आया फलसफा जिंदगी का कि जिंदगी इतनी आसान नहीं खैर छोड़िए यूँ तो आसान जिंदगी हम जीते नहीं जाम दूसरों का…
~~•• मेहनतकश मजदूर ••~~ हर क्रांति, हर वार में, इतिहास के हर पन्ने के सार में, मेहनतकश मजदूर ने ही मार खाई है, सबसे ज्यादा जान इसी ने गवाई है, खानाबदोश -सा जीवन जीता, दर-दर की ठोकरें खाता, दो वक्त…
हाँ! मैं अंतर्मुखी हूं। हाँ! मैं अंतर्मुखी हूं। थोड़ा कम बोलती हूं, पर समझती बहुत हूं। खुद में रहना अच्छा लगता है, पर खुदगर्ज नहीं हूं। गलती से गलती हो जाए और दिल दुख जाए किसी का, उससे ज्यादा दुःखी…
“राह्-ए-सफ़र हैं जिंदगी “ राह्-ए-सफ़र हैं जिंदगी, न कि मंजिल हैं जिंदगी! कभी बचपन तो, कभी जवानी -सी जिंदगी, कभी ख़त्म कहानी-सी जिंदगी!! कभी सरताज तो, कभी मोहताज-सी जिंदगी, कभी महफिल तो, कभी तनहाई -सी जिंदगी, राह्-ए-सफ़र हैं…
*अपना लो प्रेम का रास्ता* हम चाहते है प्रेम का गठबंधन सबसे मांगे हम रोज़ दुआ यही रब से क्या रखा है टूटे दिल के हारों में क्या रखा है भीषण नर संहारो में अपना लो प्रेम का रास्ता,अभी…
~~~”माँ की मोहब्बत “~~ “ग़ज़ल “ भरने को तो हर जख्म भर जाता है, मगर, माँ जो मरहम लगाती हैं, वो”दवा”माँ के सिवा कहीं ओर नहीं!! मेरे शब्दों में हर शब्द की इक मंजिल लिख दूँ मैं, मगर, संस्कार और…
माँ के चरणों का वन्दन हो, धरा पर सर्वदा सत्कार हो !मन्दिर, मस्जिद हो ना हों,पर दुआओं में माँ का प्यार हो !! माँ का निश्छल स्नेह पाकर के,हर इंसां प्रसन्न अपार हो !माँ के चरणों में में स्वयं स्वर्ग…
◆◆”कोरोना का कहर “◆◆ ••••••••••••••••••••••••••••• कोरोना तूने ये कैसा कहर मचाया है, ये कैसी इऩ्किलाब लाया है, तेरी तसव्व़ुर भी तसव्वुफ़ है तू तोहफ़ा ताबि़श का लाया है, कोरोना ये तेरी कैसी जुम्ब़िश है, तुझे लाने वाला असफ़ार है, और,…
“कोरोना तू हारेगा” कोरोना तू हारेगा, मेरा हिंदुस्तान जीतेगा, हर घर में जब नव दीप जलेगा, सारा जहां सोया होगा, हिंदुस्तान जब जग रहा होगा, न्ई उमंगें, न्ई तरंगें, न्ई आशा, न्ई आकांक्षा, नये-नये अरमान भरेगा, हर घर में जब…
ख़ुश रह लिए अगर तब तुम, जब कुछ नहीं था तुम्हारे पास तब सोचो कितना मिलेगा सुकून, जब सब होगा तुम्हारे पास। भले ही जी रहे हो आज कैसे भी, एक दिन बन जाओगे तुम भी ख़ास। मंज़िल चूमेगी क़दम…