ख्वाब

रोज तुमको जब जब देखता हूं,
तब तब अपने सारे ग़म भूल जाता हूं,

तुम्हारी प्यारी आँखे जब जब देखता हूँ,
तब तब इन्हें देख मदहोश हो जाता हूं,

तुम्हारे लबों को जब जब देखता हूँ,
तब तब मोहब्बत की प्यास में भीग जाता हूं,

तुम्हारी बाहों में बसने का ख़्वाब है मेरा,
इनमें लिपटकर तेरे आगोश में हमेशा के लिए सो जाना चाहता हूँ ।

@Rahul Darak

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